टीकाकरण के बाद बुखार क्यों आता है और क्या सावधानियां रखें?

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टीकाकरण के बाद बुखार, दर्द और सूजन क्यों होता है? - Post Vaccination Care

नवजात बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने तथा उनके शरीर को किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण करवाया जाता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण नवजात बच्चों में होने वाली बीमारी को फैलने से भी रोकता है.

टीकाकरण के बाद बुखार क्यों आता है?

अक्सर ऐसा होता है कि टीकाकरण के बाद बच्चों को दर्द व सूजन के साथ-साथ बुखार भी आ जाता है. ऐसे में आप बिल्कुल भी परेशान ना होएं. क्योंकि टीका लगने के बाद बच्चे को दर्द होने और बुखार आने का मतलब है कि टीका अपना काम कर रहा है.

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टीके लगने के दौरान क्या-क्या सावधानियां रखें?

Child Post Vaccination Care
  1. शिशु का नियमित टीकाकरण करवाना बहुत ही आवश्यक है, यदि आप अपने बच्चे को कोई भी टीका समय पर लगवाना भूल गये हैं तो इसे नज़रअंदाज बिल्कुल भी ना करें, आप बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर छूटा हुआ टीका ज़रूर लगवा लीजिए.
  2. टीका लगने के बाद कुछ दिनों तक आपको अपने बच्चे पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. टीका लगने के बाद बच्चे के व्यवहार में थोड़ा बदलाव आना तो स्वाभाविक ही है लेकिन, यदि आपको ऐसा लगे कि बच्चे को ज्यादा परेशानी हो रही है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
  3. टीके लगने के बाद कभी-कभी बच्चे को बुखार आता है लेकिन यह दर्शाता है कि vaccination सफल हो गया है. शिशु को बुखार आना नॉर्मल है, इसके लिए आप डॉक्टर से बुखार की दवा पेरासिटामोल जरूर लें और यह दवा डॉक्टर से पूछकर ही दें. यह बुखार दो-तीन दिन बाद ठीक हो जाता है.
  4. ये ज़रूरी नही है कि टीका लगने के बाद बच्चे को हर बार ही बुखार आए, यह सामान्य बात है, इसमें आपको घबराने की बिल्कुल भी ज़रूरत नही है.
  5. टीका लगने वाली जगह जैसे- जांघ या बाजू पर बच्चे को दर्द होता है और कभी-कभी हल्की सी फुंसी या दाना हो जाता है और हल्की सी सूजन भी आ सकती है. ऐसे में आपको घबराना नहीं चाहिए, ये नॉर्मल है.
  6. टीका लगने के तुरंत बाद आपको वहाँ पर कॉटन से थोड़ी देर तक दबाना होता है जिससे बच्चे को दर्द में आराम मिलता है.
  7. टीका लगने के बाद बच्चे के टीके वाली जगह पर पड़ने वाले लाल निशान, दर्द व सूजन को कम करने के लिए बर्फ को सूती कपड़े में लपेटकर सिकाई की जाती है या फिर ठंडे कपड़े से सिकाई की जाती है, लेकिन ये करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें क्योंकि हर टीके के बाद बर्फ की सिकाई नहीं की जाती है, कुछ ही टीके ऐसे होते हैं जिनके लगने के बाद आप बर्फ की सिकाई कर सकते हैं.
  8. टच थेरेपी छोटे बच्चे के लिए बहुत अच्छा काम करती है, आपका प्यार भरा स्पर्श आपके शिशु को दर्द में काफ़ी आराम और राहत देता है और इससे बच्चा काफ़ी सेफ मेहसूस करता है.
  9. मीठे पानी का घोल बनाकर घुट्टी की तरह बच्चे को चखने के लिए दीजिए, इससे बच्चे का दर्द काफ़ी कम हो जाता है.
  10. टीका लगने से पहले तथा टीका लगने के तुरंत बाद बच्चे को अपना दूध ज़रूर पिलायें और साथ में दूध की बोतल भी लेकर जाएं क्योंकि इस दौरान बच्चे का पेट भरा होना बहुत ज़रूरी है. स्तनपान करवाने से शिशु को शांत करने में भी मदत मिलती है और बच्चे को दर्द व बुखार सहने की भी शक्ति मिलती है.
  11. शिशु का ध्यान बंटाने के लिए उसके साथ खेलें और साथ में उसका कोई खिलौना भी लेकर जाएं.
  12. जब भी आप अपने बच्चे को टीका लगवाने ले जाएं तो टीके के साथ-साथ शिशु का हाइट और वेट भी ज़रूर नोट करवाएं, इससे आपको उसके विकास के बारे में भी सही जानकारी मिलेगी.
  13. आजकल पेनलेस वैक्सीन की सुविधा भी उपलब्ध होती है, अतः यदि आप चाहते हैं कि टीका लगने के दौरान आपके बच्चे को बिल्कुल भी दर्द ना सहना पड़े तो आप डॉक्टर से पूछकर बच्चे को पेनलेस वैक्सीन भी लगवा सकते हैं.
  14. इंजेक्शन वाली जगह पर कुछ दिन तक बच्चे की मालिश ना करें क्योंकि इससे बच्चे का दर्द बढ़ सकता है. इस दौरान आपको अपने बच्चे को नहलाने से भी बचना चाहिए, इस वक़्त आप उसे बस गीले कपड़े से या स्पंज से ही साफ़ कर सकते हैं.
  15. टीकाकरण के लिए ले जाने से पहले और टीका लग जाने के बाद भी बच्चे को ढीले-ढाले और कम्फ़र्टेबल कपड़े पहनाकर रखें, इससे बच्चा असहज महसूस नहीं करता है और ना ही वह परेशान होगा.