पृथ्वी दिवस – पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?

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पृथ्वी दिवस – पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?

हमारी पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहां पर जीवन संभव है. ऐसे में अपनी पृथ्वी को बचाना हम सबका कर्त्तव्य है. आज के इस लेख में हम जिस विषय में बात करने जा रहे हैं वह है: पृथ्वी दिवस – पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?

पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है? –  Prithvi Divas Kab Manaya Jata Hai?

पृथ्वी दिवस हर साल पूरे विश्व भर में 22 अप्रैल को मनाया जाता है. पृथ्वी दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी.

सर्वप्रथम पृथ्वी दिवस को मनाने की शुरुआत सन 1970 में हुई थी और आज दुनिया के 195 से अधिक देशों में यह दिवस मनाया जाता है.

पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है?- Prithvi Divas Kyon Manaya Jata Hai?

पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों और समस्त पर्यावरण को बचाने और दुनिया भर में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही पृथ्वी दिवस मनाया जाता है.

पृथ्वी दिवस 2021 की थीम क्या है?- Prithvi Divas 2021 Ki Theme Kya Hai?

हर साल पृथ्वी दिवस पर अलग-अलग थीम का चुनाव किया जाता है ताकि लोगों को हर तरह से पर्यावरण से जुड़े हुए सभी मुद्दों के प्रति जागरूक किया जा सके.

इस साल 2021 में पृथ्वी दिवस का कार्यक्रम डिजिटल रूप में तीन दिन तक मनाया जाएगा जो कि 20 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलेगा. इस कार्यक्रम का मुख्य मुद्दा है- वैश्विक जलवायु संकट से जूझ रही पृथ्वी. इसमें पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.

इस वर्ष पृथ्वी दिवस 2021 की थीम है: ”हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें” (Restore Our Earth). इसका उद्देश्य है कि किस तरह से Covid-19 (कोरोना) नामक वैश्विक महामारी से उभरते हुए दुनिया में पर्यावरण को हुए नुक्सान को कम किया जाए और भविष्य में हमारे द्वारा अपनी पृथ्वी को पहुंचे नुक्सान की भरपाई की जाए.

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पृथ्वी दिवस का महत्त्व क्या है? –  Prithvi Divas Ka Mahatv Kya Hai?

पृथ्वी पर तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या, प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों का बड़ी ही तेजी से होता हुआ दोहन वर्तमान समय में यह संकेत दे रहा है कि मानव ने अपने फायदे के लिए ईश्वर द्वारा रचित इस ख़ूबसूरत प्रकृति में जो असंतुलन और उथल-पुथल पैदा की है उसका खामियाज़ा पूरी पृथ्वी को भुगतना पड़ेगा और वह दिन भी दूर नहीं है जब इस पृथ्वी पर रहने योग्य शायद कोई स्थान नहीं बचेगा.

कुछ वर्षों पहले जब पृथ्वी से धीरे-धीर पानी ख़त्म होने लगा तो इंसान ने पानी को बाज़ार में बेचना शुरू कर दिया और अब दिन-ब-दिन ये बढ़ता हुआ प्रदूषण और हर रोज़ इंसान का बढ़ता हुआ लालच हमारे वायुमंडल से शुद्ध हवा को भी ख़त्म करता जा रहा है.

यदि हालात यही रहे और प्रगति की ओर तेज़ कदम बढ़ाता हुआ इंसान समय रहते न संभला तो बहुत ही जल्द वह दिन भी आएगा जब बाज़ारों में हवा भी बिकने लगेगी और इंसान को ज़िंदा रहने के लिए हवा को भी पैसों में ख़रीदना पड़ेगा.

लेकिन आज ये सब बातें शायद आपको मज़ाक लगें क्योंकि इंसान की यह फ़ितरत है कि जब तक मुसीबत उसके सर पर नहीं आ जाती वह संभलने का प्रयास ही नहीं करता है.

यदि हम समय रहते न जागे और अपनी जिम्मेदारियों को न समझा तो भविष्य में ऐसा वक़्त भी आ सकता है जब हमें जीने के लिए पानी के साथ-साथ हवा भी ख़रीदनी पड़ेगी. इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि सभी लोग सचेत हो जाएं और अपनी ज़िम्मेदारियों को समझें.

जिस उद्देश्य से पूरी दुनिया पिछले 50 वर्षों से पृथ्वी दिवस मना रही है वह उद्देश्य हकीक़त में भी पूरा होना चाहिए, अन्यथा आप और हम सब केदारनाथ आपदा, कश्मीर आपदा, उत्तराखंड बाढ़ आपदा, Covid-19 (कोरोना) महामारी एवं और भी न जाने ऐसी कितनी ही प्राकृतिक आपदाओं के साक्षी बनकर रह जायेंगे और प्रकृति के आगे सब बेबस बनकर खड़े नज़र आएंगे.

आइए, पृथ्वी दिवस के इस अवसर पर यह संकल्प लें कि अपनी पृथ्वी पर जीवन को बचाए रखने के लिए एक छोटा सा कदम हम भी बढ़ाएं और अपनी धरती की प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने के लिए कहीं पर पेड़ लगाएं तो कहीं पर पानी को स्वच्छ बनाएं.

पृथ्वी दिवस से संबंधित सवाल-जवाब

  1. पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?

    पृथ्वी दिवस हर साल पूरे विश्व भर में 22 अप्रैल को मनाया जाता है.

  2. पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है?

    समस्त पर्यावरण को बचाने और दुनिया भर में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही पृथ्वी दिवस मनाया जाता है.

  3. पृथ्वी दिवस 2021 की थीम क्या है?

    पृथ्वी दिवस 2021 की थीम है: ”हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें” (Restore Our Earth).

  4. पृथ्वी दिवस की स्थापना किसने की थी?

    पृथ्वी दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने की थी.

  5. सर्वप्रथम पृथ्वी दिवस कब मनाया गया था?

    सर्वप्रथम पृथ्वी दिवस को मनाने की शुरुआत सन 1970 में हुई थी.