आयुष काढ़ा – आयुष काढ़ा का प्रयोग कैसे करें?

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आयुष काढ़ा - ayush kadha - आयुष काढ़ा कैसे प्रयोग करें?

आज इस पोस्ट में हम आपको आयुष काढ़ा के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं साथ ही हम आपको बताएंगे कि आयुष काढ़ा का प्रयोग कैसे करें?

जिन लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है वे लोग किसी भी संक्रमण या बीमारी की चपेट में बहुत जल्द आ जाते हैं. ऐसे में अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए आपको काढ़ा का सेवन करना चाहिए.

हमारे देश में हर दिन कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या में इजाफ़ा होता जा रहा है. ऐसे में अब तक के रिसर्च और आंकड़े यह बताते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत ही ज़रूरी है और यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है काढ़ा पीकर.

बदलते हुए मौसम में पैदा होने वाली कई सारी बीमारियों और संक्रमण से बचाव के लिए इम्यूनिटी को बढ़ाना और मजबूत बनाना बहुत ज़रूरी है. इसके लिए आपको हर्बल काढ़ा को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए.

आयुष क्वाथ काढ़ा – Ayush Kwath Kadha

दिनाँक 24 अप्रैल, 2020 को कोविड-19 महामारी से लड़ने और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत सरकार की तरफ से आयुष मंत्रालय ने एक औषधीय उत्पाद यानि आयुष क्वाथ काढ़ा के बारे में जानकारी दी थी और इसका प्रचार किया था.

आयुष क्वाथ काढ़ा एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो किसी भी संक्रमण से लड़ने के लिए आपके शरीर को मजबूत बनाती है. इस आयुर्वेदिक औषधि की ख़ास बात यह है कि इसे आप स्वयं भी अपने घर पर बनाकर तैयार कर सकते हैं.

Ayush Kwath Kadha Ingredients

आयुष क्वाथ काढ़ा को बनाने में प्रयुक्त होने वाली वानस्पतिक जड़ी-बूटियां आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करती हैं. आयुष क्वाथ काढ़ा को बनाने के लिए निम्नलिखित जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है:

  1. तुलसी (Tulsi)
  2. अदरक (Shunthi)
  3. दालचीनी (Dalchini)
  4. काली मिर्च (Kali Mirch)
Ayush Kwath Kadha Ingredients

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आयुष क्वाथ पाउडर – Ayush Kwath Powder

आयुष क्वाथ पाउडर एक हर्बल औषधि है जो कि तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च और सुंठी(अदरक का चूर्ण) से मिलकर बना होता है. यह पाउडर आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और किसी भी संक्रमण से आपको बचाने के लिए तैयार किया गया है.

आयुष काढ़ा का प्रयोग कैसे करें? – Ayush Kadha Ka Prayog Kaise Karein?

आयुष काढ़ा का सेवन अलग-अलग तरह से किया जा सकता है. इसे आप दिन में दो बार प्रयोग कर सकते हैं. सुबह की चाय पीने की जगह पर आयुष काढ़ा का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है.

बड़े लोग दिन में एक कप आयुष काढ़ा का एक से दो बार सेवन करें और छोटे बच्चों को आधा कप दे सकते हैं.

इसे बनाने के लिए प्रयुक्त होने वाली सभी सामग्री जैसे- तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च और सुंठी को बारीक पीसकर इसका पाउडर बना लीजिए.

रोज़ाना दो चम्मच आयुष क्वाथ पाउडर को गर्म पानी में 5 मिनट तक उबालिए. इसके बाद इसे छानकर पी लीजिए. स्वाद के लिए आप इसे गुड़, शहद या नींबू के साथ ले सकते हैं.

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इसका सेवन आपको सीमित मात्रा में ही करना है. तभी यह आपके शरीर के लिए लाभदायक सिद्ध होगा.

आयुष काढ़ा के फायदे – Ayush Kadha Ke Fayde

आयुष काढ़ा आपके शरीर को निरोग बनाए रखने के लिए बहुत फायदेमंद होता है. आइए अब जानते हैं इसके क्या-क्या फायदे हैं.

इम्यूनिटी बढ़ाए

आयुष काढ़ा को बनाने में जो भी सामग्री इस्तेमाल की जाती है उनमें इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले सारे गुण मौजूद होते हैं. अतः आयुष काढ़ा किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए आपके शरीर को मजबूत बनाता है और आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है.

संक्रमण से लड़ने की ताकत दे

आयुष मंत्रालय के विशेषज्ञों ने भी दिन में एक से दो बार इस हर्बल काढ़े को प्रयोग करने की सलाह दी है. क्योंकि यह काढ़ा किसी भी वायरस या संक्रमण से आपके शरीर को बचाने में सहायक होता है.

मानसूनी बीमारी से बचाव करे

आयुष काढ़ा और आयुष क्वाथ पाउडर दोनों ही आपको किसी भी मानसूनी बीमारी जैसे- सर्दी, खांसी, जुखाम, एलर्जी, टायफाइड, डेंगू और वायरल बुखार से बचाते हैं और साथ ही यह आपको स्वस्थ और फ़िट रखने में भी सहायक है.

सांस की बीमारी से बचाए

इस हर्बल काढ़ा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण मौजूद होते हैं. इसलिए यदि कोई व्यक्ति सांस की बीमारी से पीड़ित है तो यह काढ़ा उनके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है.

श्वसन तंत्र और पाचन तंत्र को मज़बूत बनाए

आयुष काढ़ा आपके श्वसन तंत्र और पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है. सभी तरह के कफ़ दोष से संबंधित बीमारियों के उपचार में यह काढ़ा लाभदायक है. इस काढ़े के सेवन से कफ़ ठीक हो जाता है. यदि आपका पाचन तंत्र बेहतर है तो आप कई सारी बीमारियों से बच सकते हैं. अतः यदि आप रोज़ आयुष काढ़ा का सेवन करते हैं तो यह आपके पाचन को भी सही रखने में सहायक होता है.