ग्राइप वाटर क्या है? – बच्चों को ग्राइप वाटर कब देना चाहिए?

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ग्राइप वाटर क्या है? - बच्चों को ग्राइप वाटर कब देना चाहिए?

बच्चों को ग्राइप वाटर देना चाहिए या नहीं इसे लेकर लोगों में कई मतभेद रहते है. आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि ग्राइप वाटर क्या है और बच्चों को ग्राइप वाटर कब देना चाहिए?

नवजात शिशु को जन्म लेने के बाद कई सारी चीज़ों की ज़रुरत होती है और उन्हें कई सारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. जिस वजह से शिशु कभी-कभी बहुत चिड़िचिड़ा हो जाता है. ऐसे में आपके बेबी की परेशानी को दूर करने का एक उपाय है ग्राइप वाटर.

ग्राइप वाटर क्या है? – Gripe Water Kya Hai?

अक्सर नवजात शिशु में पेट की समस्या का कारण कॉलिक पेन या गैस का दर्द होता है और इसके उपाय में कई सालों से माता-पिता ग्राइप वाटर का प्रयोग करते आ रहे हैं.

लेकिन कई लोगों को यह मालूम ही नहीं होता है कि आखिर ग्राइप वाटर क्या होता है और इसका इस्तेमाल कब और कैसे किया जाता है. तो चलिए आज के इस लेख में हम आपको ग्राइप वाटर के बारे में विस्तार से बताएंगे.

नवजात शिशु और छोटे बच्चों में कॉलिक पेन (पेट दर्द), पाचन की समस्या और गैस की समस्या होना आम बात है. इन समस्याओं को दूर करने के लिए आजकल बाज़ार में कई तरह के प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं. जिनमें से एक है ग्राइप वाटर. ग्राइप वाटर को एक तरह के सप्लीमेंट के रूप में जाना जाता है.

ग्राइप वाटर नवजात शिशुओं की परेशानियों को दूर करने का एक हर्बल उपाय है जो लिक्विड फॉर्म में आता है. यह छोटे बच्चों के लिए एकदम सुरक्षित माना जाता है.

बाज़ार में उपलब्ध ग्राइप वाटर विभिन्न तरह की जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है. बाज़ार से आप डाबर(Dabur), वुडवर्ड्स(Woodward’s) या मदर स्पर्श(Mother Sparsh) जैसे किसी भी अच्छे ब्रांड का ग्राइप वाटर खरीदकर ले सकते हैं. सामान्यतः ग्राइप वाटर में निम्न जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है:

  • मुलेठी
  • सौंफ़
  • इलायची
  • कैमोमाइल
  • लेमन बाम
  • अदरक
  • दालचीनी

बच्चों को ग्राइप वाटर कब देना चाहिए? – Bachhon ko Gripe Water Kab Dena Chahiye?

छै महीने तक बच्चा केवल मां के दूध पर निर्भर रहता है और उसका पाचन तंत्र भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुआ होता है अतः इससे पहले बच्चे को ग्राइप वाटर पिलाना उचित नहीं है.

जब बच्चा छै माह का पूरा हो जाता है तो उसके बाद आप उसे ग्राइप वाटर दे सकते हैं. जब बच्चे का पेट खाली हो तब उसे ग्राइप वाटर नहीं देना चाहिए क्योंकि, ग्राइप वाटर में आल्कलाइन यानि क्षारीय सोडियम बाई कार्बोनेट मौजूद होता है जिससे शिशु के पेट पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है.

शिशु के पेट फूलने, अपच, कॉलिक पेन, हिचकी आने और दांत आते समय होने वाले दर्द को कम करने के लिए ग्राइप वाटर का प्रयोग किया जाता है. जब भी आपका बच्चा गैस के दर्द से, पाचन में गड़बड़ी से, दांत आते समय होने वाले दर्द से या पेट फूलने से परेशान हो तो ऐसी स्थिति में आप बच्चे को ग्राइप वाटर पिला सकती हैं. इससे बच्चे को आराम मिलेगा.

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बच्चों को ग्राइप वाटर कैसे पिलाएं? – Bachhon ko Gripe Water Kaise Pilayein?

शिशु को ग्राइप वाटर पिलाने से पहले ग्राइप वाटर की बोतल पर लिखे सभी निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लेना चाहिए. शिशु के दूध पीने या खाना खाने के करीब 10 से 15 मिनट बाद आप उसे ग्राइप वाटर पिला सकती हैं. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बच्चे को कभी भी खाली पेट ग्राइप वाटर न पिलाएं क्योंकि इससे बच्चे के पेट में रिएक्शन हो सकता है.

बच्चे को ड्रॉपर या चम्मच की सहायता से ही ग्राइप वाटर पिलाएं. इसका स्वाद मीठा होता है. बच्चों को इसका स्वाद पसंद आता है और वे इसे पीने में किसी तरह की आनाकानी भी नहीं करते हैं. आमतौर पर इसे बच्चे को दिन में एक से दो बार ही दिया जाता है लेकिन फिर भी यदि आपको संदेह है तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही बच्चे को ग्राइप वाटर पिलाएं.

ग्राइप वाटर की बोतल में लिखे निर्देश के अनुसार ही बच्चे को यह पिलाएं. इसमें साफ़ तौर पर लिखा होता है कि आपको यह शिशु को उसकी उम्र के अनुसार कितनी मात्रा में देना है.

ग्राइप वाटर से संबंधित सवाल-जवाब  

  1. क्या छै माह से कम उम्र के बच्चे को ग्राइप वाटर दे सकते हैं?

    छै माह से कम उम्र के बच्चे को मां के दूध के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं दिया जाता. अतः, छै माह से पहले बच्चे को ग्राइप वाटर पिलाना भी सही नहीं है.

  2. क्या ग्राइप वाटर को पाउडर वाले दूध के साथ दिया जा सकता है?

    जी नहीं, ऐसी गलती बिल्कुल भी न करें. ग्राइप वाटर को दूध वाले पाउडर के साथ मिलाने से गंभीर कैमिकल रिएक्शन होने की संभावना रहती है. इसलिए इसे किसी भी तरह के दूध के साथ मिलाकर न दें.

  3. क्या शिशु के लिए ग्राइप वाटर सुरक्षित है?

    जी हां, छै माह से ऊपर के शिशुओं को ग्राइप पिलाना सुरक्षित माना जाता है. लेकिन ग्राइप वाटर खरीदने से पहले उसमें प्रयुक्त सामग्री अवश्य पढ़ें. आपको शिशु को शुगर, एल्कोहल और चारकोल युक्त ग्राइप वाटर बिल्कुल भी नहीं देना चाहिए. पैकेट पर लिखी गई सामग्रियों को अच्छे से पढ़ने के बाद ही ग्राइप वाटर खरीदें और फिर शिशु को दें.

  4. ग्राइप वाटर की कीमत क्या है?

    ग्राइप वाटर की शुरूआती कीमत है 40 से 50 रुपये. अलग-अलग ब्रांड और साइज़ के अनुसार इसकी कीमत अलग हो सकती है.

  5. ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए?

    ग्राइप वाटर छै माह से ऊपर की उम्र के बच्चे को दिया जा सकता है. इससे पहले बच्चे को ग्राइप वाटर नहीं देना चाहिए.

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