गर्भावस्था में टहलने के फायदे – Benefits of Walking During Pregnancy

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गर्भावस्था में टहलने के फायदे – Benefits of Walking During Pregnancy

आज हम गर्भावस्था में टहलने के फायदे (Benefits of Walking During Pregnancy) के बारे में बात करेंगे क्योंकि गर्भावस्था एक ऐसा समय है जब गर्भवती महिला को विशेष रूप से खुद को सक्रिय रखना चाहिए.

गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से चलना और नियमित रूप से व्यायाम करना गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है. जो महिलाएं अपनी गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से चलना जारी रखती हैं उन्हें प्रसव के दौरान कोई कठिनाई नहीं होती है.

विषय - सूची

गर्भावस्था में टहलने के फायदे क्या-क्या हैं? – Garbhawastha me tehalne ke fayde kya-kya hain?

महिला व शिशु का वजन नियंत्रित रहता है

गर्भावस्था के दौरान जो महिलाएं एक्टिव नहीं रहती हैं उनका वजन हर महीने बढ़ता ही जाता है और साथ ही शिशु का वजन भी बढ़ता है लेकिन गर्भ में पलने वाले शिशु का वजन अत्यधिक बढ़ जाने के कारण सिज़ेरियन डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है.

इसलिए शिशु का वजन बहुत ज्यादा भी न बढ़े इसके लिए गर्भवती महिला को हर दिन टहलना या घूमना बहुत जरूरी है. हर दिन टहलने से महिला के शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है और महिला तथा शिशु दोनों का ही वजन कंट्रोल में रहता है.

समय से पूर्व प्रसव का ख़तरा कम रहता है

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर और तनाव होने से टाइप-2 डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है जिससे premature डिलीवरी की सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती है. अतः यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान रोज़ाना टहलती हैं तो इस खतरे से बचा जा सकता है.

नॉर्मल डिलीवरी की संभावना ज्यादा रहती है

रोजाना टहलने से महिला के शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी अर्थात लचीलापन आता है और उनकी मांसपेशियाँ लचीली होती हैं, खासकर हिप्स की मांसपेशियाँ लचीली होने से नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है.

रोज़ टहलने से डिलीवरी के दौरान होने वाला लेबर पेन कम होता है और इससे प्रसव क्रिया आसान और जल्दी हो जाती है.

कब्ज से छुटकारा

गर्भावस्था के समय रोज दवाइयां लेने की वजह से या शरीर में पानी की कमी होने की वजह से अक्सर महिलाओं में constipation यानि की कब्ज की शिकायत हो जाती है अतः रोजाना टहलने से महिलाएं इस समस्या से बच सकती हैं.

शरीर में स्फूर्ति और अच्छी नींद आती है

टहलना आपके शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है और आपका मन पूरा दिन तरोताजा महसूस करेगा और साथ ही आपको नींद भी बहुत अच्छी आएगी.

मानसिक तनाव कम होता है

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स में बदलाव होने के कारण मानसिक तनाव और मूड़ स्विंग होना आम बात है. लेकिन इस समस्या से बचने के लिए यदि आप रोजाना टहलना शुरू करें तो आपका मानसिक तनाव काफ़ी हद तक कम हो जाता है बल्कि आप स्ट्रेस फ्री भी हो सकती हैं.

शारीरिक व मानसिक रूप से फिट और एक्टिव

टहलने से, होने वाली माँ के गर्भ में पल रहे शिशु की भी कसरत हो जाती है. गर्भावस्था में रोजाना टहलने से गर्भवती महिला शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से फिट और active रहती है. इससे हार्ट भी फिट रहता है और मांसपेशियों को ताकत मिलती है.

ये थे कुछ गर्भावस्था में टहलने के फायदे. आगे हम आपको कुछ सावधानियां भी बताएँगे जिनका आपको टहलते वक़्त जरुर ध्यान रखना है.

गर्भावस्था में टहलते समय सावधानियां – Garbhawastha me tehalte samay savdhaaniyan

गर्भावस्था में महिलाओं को कुछ सावधानियां भी ध्यान में रखनी बहुत ज़रूरी हैं. आइए जानते हैं कि आपको इस दौरान क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए.

आरामदायक और अच्छी ग्रिप वाले जूते पहनकर टहलें

प्रेगनेंसी के दौरान जब भी आप टहलने जाएं तो slipper या sandal में कभी भी walk न करें बल्कि walk करने के लिए आपको आरामदायक और अच्छी ग्रिप वाले जूते पहनने चाहिए.

पानी की बोतल साथ में रखें

टहलने के दौरान महिला को अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखनी चाहिए ताकि आपका शरीर हाइड्रेट रहे. टहलते वक़्त कई बार गला सूखता है या कभी चक्कर आने जैसा भी फील हो सकता है.

इसलिए यदि आप अपने साथ पानी लेकर चलेंगी तो रास्ते में आसानी से पानी पी सकती हैं और इससे आपके शारीर में पानी की कमी भी नहीं होगी.

खाली पेट टहलने न जाएं

प्रेगनेंसी के दिनों में कभी भी खाली पेट टहलने न जाएं. खाली पेट टहलने से आपका एनर्जी लेवल, इम्यून सिस्टम और ब्लड प्रेशर डाउन हो सकता है.

इसलिए जब भी आप टहलने जाएं तो उससे आधा घंटा पहले कुछ हल्का-फुल्का स्नैक्स या एक सेब ज़रूर खा लें. इससे आपको एनर्जी मिलेगी और आपको टहलते वक़्त चक्कर नहीं आएंगे. टहलकर आने के बाद एक गिलास नारियल पानी पीना आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा.

ज्यादा भीड़भाड़ और प्रदूषण में न टहलें

गर्भवती महिला को कभी भी तेज बारिश या तेज धूप में walk नहीं करनी चाहिए. भीड़-भाड़ वाली जगह पर, गंदी जगह पर या pollution वाली जगह पर walk करने से भी हमेंशा बचना चाहिए. आपको किसी शांत जगह पर ही टहलना चाहिए.

धीरे-धीरे अपने टहलने का समय और गति बढाएं

सहजता से जितना हो सकता है उतना ही टहलें. अगर आपको walk करने की आदत नहीं है तो एकदम से अधिक walk करना शुरू न करें बल्कि धीरे-धीरे अपनी walk का समय और गति बढाएं.

गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में लगभग 15 से 20 मिनट तक टहलें और तीसरे trimester में यानि की सातवें महीने से लेकर नौवें महीने तक आप 45 मिनट से लेकर 1 घंटा तक आराम से walk कर सकती हैं.

टहलने के लिए किसी को अपने साथ लेकर चलें

अगर अकेले टहलना आपको बोर करता है तो आप एक समूह में, अपने दोस्तों के साथ, अपने पति के साथ या अपनी सास के साथ भी घूमने जा सकती हैं. इससे आप बोर भी नहीं होंगी और साथ ही आपका समय भी अच्छा कटेगा.

हमेंशा ऐसे लोगों के साथ ही टहलने जाएं जो अपने सकारात्मक विचारों से आपको सदैव मोटिवेट करें और जिनके साथ रहने से आपको अच्छा महसूस हो.

YouTube विडियो जिसमें हमने प्रेगनेंसी में घूमने के फायदे बताए हैं.

गर्भावस्था में टहलने के फायदे से संबंधित सवाल-जवाब

  1. गर्भावस्था में कितना पैदल चलना चाहिए?

    गर्भावस्था के शुरूआती महीनों में आपको लगभग 15 से 20 मिनट तक पैदल चलना चाहिए और आख़िरी महीनों में आप 45 मिनट से लेकर 1 घंटा तक walk कर सकती हैं.

  2. क्या गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक चलना नुक्सानदायक है?

    गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक चलना नुक्सानदायक नहीं है लेकिन, आपके लिए कितना पैदल चलना सही है यह आपकी हेल्थ कंडिशन, आपके शरीर की क्षमता और प्रेगनेंसी से रिलेटेड कॉम्प्लीकेशन पर भी निर्भर करता है.