डेंगू के लक्षण क्या हैं? – 10 सिम्पटम्स ऑफ़ डेंगू फीवर

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डेंगू के लक्षण क्या हैं? - 10 सिम्पटम्स ऑफ़ डेंगू फीवर

डेंगू क्या है?

डेंगू दुनिया भर में पाया जाने वाला एक वायरस डिसीज़ है. डेंगू बुखार ‘एडीज इजिप्टी’ नामक मादा मच्छर के काटने से होता है. आज के इस पोस्ट में हम डेंगू बुखार तथा डेंगू के लक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे.

इस वायरस का संक्रमण एडीज़ प्रजाति के मच्छर के काटने से फ़ैलता है. आम भाषा में इसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ भी कहते हैं क्योंकि, इसके कारण मरीज के शरीर व जोड़ों में बहुत तेज दर्द होता है.

डेंगू का मच्छर कहाँ पाया जाता है?

  1. डेंगू का मच्छर गंदे पानी की बजाय, साफ़ पानी में पनपता है.
  2. डेंगू के मच्छर गमलों, कूलर, फ्रिज़, टायर, आस-पास के गड्ढों आदि के अंदर जमा हुए पानी में पैदा होते हैं.

डेंगू मच्छर को कैसे पहचानें?

डेंगू मच्छर फोटो: Aedes Aegypti Dengue Mosquito

डेंगू बुखार मादा ‘एडीज इजिप्टी’ नामक मच्छर के काटने से फैलता है. यह मच्छर सामान्य मच्छर से एकदम अलग दिखता है. डेंगू मच्छर फोटो भी हमने इस पोस्ट में दिखाया है.

इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती हैं और यह मच्छर दिन के समय ही काटता है. यह मच्छर बहुत अधिक उंचाई तक नहीं उड़ पाता है. 

डेंगू का खतरा कब बढ़ जाता है?

बरसात का मौसम हर साल ढेर सारी बीमारियाँ भी साथ लेकर आता है. हर साल डेंगू से कई लोग पीड़ित होते हैं और यदि समय रहते इसका इलाज ना किया गया तो इसकी वजह से पीड़ित की मृत्यु भी हो जाती है.

डेंगू का संक्रमण मुख्यतः जुलाई से अक्टूबर माह तक सबसे ज्यादा रहता है, क्योंकि यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल होता है.

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डेंगू के लक्षण क्या हैं?

शुरूआती दौर में कई बार मरीज को ये पहचानने में दिक्कत होती है कि उसे सामान्य बुखार है या डेंगू है. मरीज के शरीर में डेंगू के लक्षण मच्छर के काटने के 5 या 6 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं.

अतः नीचे कुछ डेंगू के लक्षण बाताए गए हैं जिन्हें पहचानकर आप ये समझ सकते है कि आप डेंगू से पीड़ित हैं या नहीं.

10 सिम्पटम्स ऑफ़ डेंगू

  1. डेंगू में मरीज को बहुत तेज बुखार आता है. यह बुखार आम बुखार से अलग होता है जो कि 102 डिग्री से लेकर 105 डिग्री तक जा सकता है.
  2. बुखार के साथ-साथ सर दर्द, पेट दर्द, चक्कर, बदन दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, हड्डियों में दर्द व पीठ दर्द की शिकायत रहती है.
  3. बहुत ज्यादा कमज़ोरी व थकान महसूस करना
  4. मरीज की हालत गंभीर होने पर शरीर में मौजूद प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होने लगती है.
  5. नाक, कान व शरीर के अन्य अंगो से खून बहने लगता है.
  6. आँखों के पीछे वाले भाग में तेज दर्द
  7. ब्लड प्रेशर कम होना
  8. उल्टी, दस्त, मतली आना व भूख ना लगना
  9. शरीर पर लाल चकत्ते आना
  10. साँस लेने में दिक्कत होना

डेंगू से बचाव व रोकथाम

  1. डेंगू होने पर व्यक्ति का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है अतः इस वक़्त मरीज को अधिक से अधिक आराम करना चाहिए.
  2. मरीज को पानी के साथ-साथ लिक्विड पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए जैसे- नारियल पानी, शिकंजी, जूस आदि.
  3. रात को मच्छरदानी में ही सोयें और मच्छरदानी को भी समय-समय पर उपचारित कराएं.
  4. घर के आस-पास कहीं भी पानी एकत्र ना होने दें और साफ़-सफ़ाई का विशेष ध्यान रखें.
  5. पाने से भरे हुए बर्तनों व टंकी आदि को ढककर रखें.
  6. बरसात के मौसम में शरीर को ढककर रखें. फुल आस्तीन के कपड़े पहनकर रखें.
  7. घर में गमलों, कूलर, फ्रिज आदि का पानी हर हफ़्ते बदलते रहें.
  8.  घर के आस-पास कीटनाशक का छिड़काव करें.
  9. खिड़की, दरवाजों पर जाली लगाकर रखें.
  10. हर दो तीन दिन में कूलर का पानी बदलते रहें.
  11. दिन के समय मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाकर रखें.
  12. फ़्रिज के पीछे बनी टंकी में भी पानी एकत्र होता रहता है जिसमें मच्छर अंडे दे सकते हैं अतः हर रोज फ़्रिज में एकत्र पानी की निकासी करते रहें.