च्यवनप्राश कब खाना चाहिए? – What Is The Right Time To Eat Chyawanprash?

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च्यवनप्राश कब खाना चाहिए? -when should we eat chyawanprash

च्यवनप्राश का सेवन लोग प्राचीन काल से करते आ रहे हैं. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो कई सारी जड़ी-बूटियों से मिलकर बनी है. आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि च्यवनप्राश कब खाना चाहिए?

कहा जाता है कि कई वर्षों पहले बुजुर्ग च्यवन ऋषि के कहने पर आयुर्वेद के प्रमुख वैद्य अश्विनी कुमारों ने एक दिव्य औषधि का निर्माण किया था, जिसके सेवन से च्यवन ऋषि फिर से जवान हो गए थे और तभी से इस औषधि का नाम च्यवनप्राश पड़ा.

सर्दियों में च्यवनप्राश खाना क्यों जरूरी है?

आयुर्वेद में च्यवनप्राश को एक महत्वपूर्ण औषधि बताया गया है. यह औषधि बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सबके लिए लाभदायक है और सबको निरोग बनाए रखती है. खासकर सर्दियों में इसका सेवन हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाये रखने में काफी मदत करता है. इसलिए सर्दियों में इसे खाना हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है.

च्यवनप्राश खाने का सही समय क्या है?

अक्सर ये सवाल पूछा जाता है कि च्यवनप्राश कब खाना चाहिए? वैसे तो च्यवनप्राश का सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है लेकिन सर्दियों में इसे जरूर खाना चाहिए. दिन में किसी भी समय आप च्यवनप्राश का सेवन कर सकते हैं लेकिन सुबह का समय किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन के लिए बेहतर होता है.

अतः आप च्यवनप्राश को सुबह खाली पेट नाश्ते से पहले लें तो बहुत अच्छा है इसके अलावा रात को सोते समय एक गिलास गुनगुने दूध के साथ भी ले सकते हैं. सर्दियों के वक़्त आप दिन में दो वक़्त च्यवनप्राश का सेवन कर सकते हैं.

च्यवनप्राश को किसके साथ खाना चाहिए?

च्यवनप्राश को दूध के साथ लेना सबसे बेहतर है लेकिन इसे ठंडे दूध की बजाय गुनगुने दूध के साथ ही खाएं. कभी भी इसका सेवन घी के साथ ना करें क्योंकि इसमें पहले से ही काफ़ी घी मौजूद होता है.

क्या च्यवनप्राश को खाली पेट खा सकते हैं?

हां, च्यवनप्राश को सुबह नाश्ते से आधा घंटा पहले खाली पेट खाया जा सकता है. सुबह-सुबह इसे खाने से शरीर में ऊर्जा आती है, साथ ही एकाग्रता और स्मरण शक्ति भी बढ़ती है.

क्या महिलाएं प्रेगनेंसी में च्यवनप्राश खा सकती हैं?

हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान च्यवनप्राश खाना महिलाओं के लिए बिल्कुल सेफ है, बशर्ते कि इसे बहुत अधिक मात्रा में ना खाया जाए. च्यवनप्राश को बनाने में बहुत सी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है जिसके सेवन से गर्भवती महिला के पेट में गर्मी हो सकती है इसलिए प्रेगनेंट महिला को सिर्फ आधा या एक चम्मच ही च्यवनप्राश खाना चाहिए इससे ज्यादा नहीं.

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च्यवनप्राश की खुराक कितनी मात्रा में लें?

इसकी खुराक व्यक्ति के पचाने की क्षमता पर निर्भर करती है. जिन्हें शुगर की समस्या है उन्हें शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए. च्यवनप्राश को बहुत ज्यादा मात्रा में ना लें नहीं तो इससे पेट में जलन या दस्त आदि भी हो सकता है. इसका सेवन कोई भी कर सकता है लेकिन उम्र के अनुसार ही इसका सेवन किया जाना चाहिए. शिशुओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.

  • 0 से 1 साल की उम्र तक के बच्चों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए. लेकिन गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिला यदि इसका सेवन करे तो यह माँ व बच्चे दोनों के लिए लाभदायक होता है.
  • 1 से 5 साल तक के बच्चे को दिन में एक बार 5 ग्राम यानि आधा चम्मच
  • 6 से 12 साल तक के बच्चे को दिन में एक बार एक से दो चम्मच
  • 12 साल से अधिक उम्र के बच्चे को दिन में एक से दो चम्मच दिया जा सकता है.
  • व्यस्क भी इतनी ही मात्रा में लें
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं दिन में आधा चम्मच